Featured Post

Humana Medicaid Benefits: Navigating Healthcare with Confidence

  Introduction In the complex landscape of healthcare, understanding and accessing the right benefits can be a daunting task. Humana Medicai...

Subscribe Us

Wednesday 2 December 2015

Enjoy life how to live? Enjoy life EveryDay


जीवन में आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करे। अपनी पसंद की चीजों के लिये खर्चा करें।...... इतना हंसिये के पेट दर्द हो जाये।.... आप कितना भी बुरा नाचते हो , फिर भी नाचिये।...... उस खुशी को महसूस किजिये।..... फोटोज् के लिये पागलों वाली पोज् दिजिये।...... बिल्कुल छोटे बच्चे बन जाइये। हर पल को खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते है। "जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूँ,
"काम में खुश हूँ ," आराम में खुश हूँ , "आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूँ, "आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूँ , "जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूँ , "जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूँ ,"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूँ , "आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूँ, "हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में
ही खुश हूँ , "जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूँ , अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना,
वरना बिना जवाब के भी खुश हूँ..!!
Share:

Friday 27 November 2015

India State CM List 2016 Updated - राज्य मुख्यमंत्री


राज्य]  ----      [मुख्यमंत्री] {Updated }}
[01] महाराष्ट्र-- देवेंद्र फड़नवीस
[02] हरियाणा-- मनोहरलाल खट्टर
[03] झारखण्ड —- श्री रघुवर दास
[04] जम्मू और कश्मीर — मुफ़्ती मोहम्मद सईद
[05] हिमाचल प्रदेश —– वीरभद्र सिंह
[06] कर्नाटक —– के. सिद्धारमैया
[07] केरल —— ओमान चांडी
[08] मध्य प्रदेश -- शिवराज सिंह चौहान
[09] तेलंगाना -- चंद्रशेखर राव
[10] आंध्र प्रदेश --- चन्द्रबाबू नायडू
[11] अरुणाचल प्रदेश —- नाबम टुकी
[12] असम —- तरुण कुमार गगोई
[13] बिहार —– नीतिस कुमार
[14] छत्तीसढ —- डॉ.रमन सिंह
[15] नागालैण्ड —– टी आरजेलियांग
[16] ओडिशा —– नवीन पटनायक
[17] मिज़ोरम -- ललथानवाला
[18] पंजाब--- प्रकाश सिंह बादल
[19] राजस्थान --- वसुंधरा राजेसिंधिया
[20] सिक्किम --- पवन कुमारचामलिंग
[21] तमिलनाडु–- जयललिता
[22] त्रिपुरा- - - माणिक सरकार
[23] उत्तराखण्ड —— हरीश रावत
[24] उत्तर प्रदेश--- अखिलेश यादव
[25] पश्चिम बंगाल —— ममता बनर्जी,
[26] गुजरात —– आनंदी बेन पटेल
[27] मणिपुर —– ओकराम इबोईसिंह
[28] मेघालय —– मुकुल संगमा
[29] दिल्ली — अरविन्द केजरीवाल
[30] गोआ —– लक्ष्मीकांत परसकर
[31] पॉण्डिचेरी --- एन.रंगास्वामी
Share:

Thursday 5 November 2015

Some interesting facts about Maharana Pratap


महाराणा प्रताप के बारे में कुछ रोचक तथ्य
1.महाराणा प्रताप एक ही झटके में घोड़े समेत दुश्मन सैनिक को काट डालते थे।
2.जब इब्राहिम लिंकन भारत दौरे पर आ रहे थे तब उन्होने अपनी माँ से पूछा कि हिंदुस्तान से आपके लिए क्या लेकर अाए| तब माँ का जवाब मिला ” उस महान देश की वीर भूमि हल्दी घाटी से एक मुट्ठी धूल लेकर आना जहाँ का राजा अपनी प्रजा के प्रति इतना वफ़ादार था कि उसने आधे हिंदुस्तान के बदले अपनी मातृभूमि को चुना ” बदकिस्मती से उनका वो दौरा रद्द हो गया था | “बुक ऑफ़ प्रेसिडेंट यु एस ए ‘ किताब में आप ये बात पढ़ सकते है |
3.महाराणा प्रताप के भाले का वजन 80 किलो था और कवच का वजन 80 किलो कवच , भाला, ढाल, और हाथ में तलवार का वजन मिलाये तो 207 किलो
4.आज भी महाराणा प्रताप की तलवार कवच आदि सामान उदयपुर राज घराने के संग्रहालय में सुरक्षित हैं |
5.अकबर ने कहा था कि अगर राणा प्रताप मेरे सामने झुकते है तो आधा हिंदुस्तान के वारिस वो होंगे पर बादशाहत अकबर की ही रहेगी |
6.हल्दी घाटी की लड़ाई में मेवाड़ से 20000 सैनिक थे और अकबर की ओर से 85000 सैनिक युद्ध में सम्मिलित हुए |
7.राणाप्रताप के घोड़े चेतक का मंदिर भी बना जो आज हल्दी घाटी में सुरक्षित है |
8.महाराणा ने जब महलो का त्याग किया तब उनके साथ लुहार जाति के हजारो लोगो ने भी घर छोड़ा और दिन रात राणा कि फौज के लिए तलवारे बनायीं इसी समाज को आज गुजरात मध्यप्रदेश और राजस्थान में गड़लिया लोहार कहा जाता है नमन है ऐसे लोगो को |
9.हल्दी घाटी के युद्ध के 300 साल बाद भी वहाँ जमीनों में तलवारें पायी गयी। आखिरी बार तलवारों का जखीरा 1985 में हल्दी घाटी में मिला |
10.महाराणा प्रताप अस्त्र शस्त्र की शिक्षा जैमल मेड़तिया ने दी थी जो 8000 राजपूतो को लेकर 60000 से लड़े थे। उस युद्ध में 48000 मारे गए थे जिनमे 8000 राजपूत और 40000 मुग़ल थे |
11.राणा प्रताप के देहांत पर अकबर भी रो पड़ा था |
12.मेवाड़ के आदिवासी भील समाज ने हल्दी घाटी में अकबर की फौज को अपने तीरो से रौंद डाला था वो राणाप्रताप को अपना बेटा मानते थे और राणा जी बिना भेद भाव के उन के साथ रहते थे आज भी मेवाड़ के राजचिन्ह पर एक तरफ राजपूत है तो दूसरी तरफ भील |
13.राणा का घोडा चेतक महाराणा को 26 फीट का दरिया पार करने के बाद वीर गति को प्राप्त हुआ | उसकी एक टांग टूटने के बाद भी वह दरिया पार कर गया। जहा वो घायल हुआ वहीं आज खोड़ी इमली नाम का पेड़ है जहाँ मरा वहाँ मंदिर है |
14.राणा का घोडा चेतक भी बहुत ताकतवर था उसके मुँह के आगे हाथी की सूंड लगाई जाती थी यह हेतक और चेतक नाम के दो घोड़े थे |
15.मरने से पहले महाराणा ने खोया हुआ 85 % मेवाड फिर से जीत लिया था *सोने चांदी और महलो को छोड़ वो 20 साल मेवाड़ के जंगलो में घूमे |
16.महाराणा प्रताप का वजन 110 किलो और लम्बाई 7’5” थी, दो म्यान वाली तलवार और 80 किलो का भाला रखते थे हाथ में |
17.मेवाड़ राजघराने के वारिस को एकलिंग जी भगवान का दीवान माना जाता है |
18 . छत्रपति शिवाजी भी मूल रूप से मेवाड़ से ताल्लुक रखते थे वीर शिवाजी के परदादा उदयपुर महाराणा के छोटे भाई थे |
19.अकबर को अफगान के शेख रहमुर खान ने कहा था अगर तुम राणा प्रताप और जयमल मेड़तिया को अपने साथ मिला लो तो तुम्हे विश्व विजेता बनने से कोई नहीं रोक सकता पर इन दोनों वीरो ने जीते जी कभी हार नहीं मानी |
20.नेपाल का राज परिवार भी चित्तौड़ से निकला है दोनों में भाई और खून का रिश्ता है |
21.मेवाड़ राजघराना आज भी दुनिया का सबसे प्राचीन राजघराना है।
Share:

Sunday 23 August 2015

Bholenath Ki Amarnath Gufa Ka Rahasya - अमरनाथ गुफा से जुडे अनजाने रहस्य

आदि देव महादेव स्वयंभू पशुपति नीलकंठ भगवान आशुतोष शंकर भोले भंडारी को सहस्त्रों नामों से स्तुति कर पुकारा जाता है। शास्त्रों में जगह-जगह पर भगवान शिव के महात्म्य का वर्णन मिलता है। ऋग्वेद में भी शिवजी का गुणगान मिलता है। श्री अमरनाथ धाम एक ऐसा शिव धाम है जिसके संबंध में मान्यता है कि भगवान शिव साक्षात श्री अमरनाथ गुफा में विराजमान रहते हैं।

बाबा बर्फानी से जुडे हैरान कर देने वाले तथ्य -
धार्मिक व ऐतिहासिक दृष्टी से अति महत्वपूर्ण श्री अमरनाथ यात्रा को कुछ शिव भक्त स्वर्ग की प्राप्ति का माध्यम बताते हैं तो कुछ लोग मोक्ष प्राप्ति का। श्री अमरनाथ यात्रा हमारी एकता का भी प्रतीक माना जता है। पावन गुफा में बर्फीली बूंदों से बनने वाला हिमशिवलिंग ऐसा दैवी चमत्कार है जिसे देखने के लिए हर कोई लालायित रहता है और जो देख लेता है वो धन्य हो जाता है।

भारत के कोने-कोने से और विदेशों से असंख्य शिव भक्त लगभग 14 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित श्री अमरनाथ की गुफा में प्रकृति के इस चमत्कार के दर्शन करने के लिए अनेकों बाधाएं पार करके भी पहुंचते हैं। श्री अमरनाथ गुफा में स्थित पार्वती पीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। मान्यता है कि यहां भगवती सती का कंठ भाग गिरा था।

कश्मीर घाटी में स्थित पावन श्री अमरनाथ गुफा प्राकृतिक है। यह पावन गुफा लगभग 160 फुट लम्बी, 100 फुट चौड़ी और काफी ऊंची है। कश्मीर में वैसे तो 45 शिव धाम, 60 विष्णु धाम, 3 ब्रह्मा धाम, 22 शक्ति धाम, 700 नाग धाम तथा असंख्य तीर्थ हैं पर श्री अमरनाथ धाम का सबसे अधिक महत्व है।

काशी में लिंग दर्शन एवं पूजन से दस गुणा, प्रयाग से सौ गुणा, नैमिषारण्य तथा कुरुक्षेत्र से हजार गुणा फल देने वाला श्री अमरनाथ स्वामी का पूजन है। देवताओं की हजार वर्ष तक स्वर्ण पुष्प मोती एवं पट्टआ वस्त्रों से पूजा का जो फल मिलता है, वह श्री अमरनाथ की रसलिंग पूजा से एक ही दिन में प्राप्त हो जाता है।

श्री अमरनाथ गुफा में शिव भक्त प्राकृतिक हिमशिवलिंग के साथ-साथ बर्फ से ही बनने वाले प्राकृतिक शेषनाग, श्री गणेश पीठ व माता पार्वती पीठ के भी दर्शन करते हैं। प्राकृतिक रूप से प्रति वर्ष बनने वाले हिमशिवलिंग में इतनी अधिक चमक विद्यमान होती है कि देखने वालों की आंखों को चकाचौंध कर देती है।

हिमशिवलिंग पक्की बर्फ का बनता है जबकि गुफा के बाहर मीलों तक सर्वत्र कच्ची बर्फ ही देखने को मिलती है। मान्यता यह भी है कि गुफा के ऊपर पर्वत पर श्री राम कुंड है। भगवान शिव ने माता पार्वती को सृष्टिआ की रचना इसी अमरनाथ गुफा में सुनाई थी।

गुफा की खोज -
इस गुफा की खोज बूटा मलिक नामक एक बहुत ही नेक और दयालु एक मुसलमान गडरिए ने की थी। वह एक दिन भेड़ें चराते-चराते बहुत दूर निकल गया। एक जंगल में पहुंचकर उसकी एक साधू से भेंट हो गई। साधू ने बूटा मलिक को कोयले से भरी एक कांगड़ी दे दी। घर पहुंचकर उसने कोयले की जगह सोना पाया तो वह बहुत हैरान हुआ। उसी समय वह साधू का धन्यवाद करने के लिए गया परन्तु वहां साधू को न पाकर एक विशाल गुफा को देखा। उसी दिन से यह स्थान एक तीर्थ बन गया।

एक बार देवर्षि नारद कैलाश पर्वत पर भगवान शंकर के दर्शनार्थ पधारे। भगवान शंकर उस समय वन विहार को गए हुए थे और पार्वती जी वहां विराजमान थीं। पार्वती जी ने देवर्षि के आने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा-देवी! भगवान शंकर, जो हम दोनों से बड़े हैं, के गले में मुंडमाला क्यों है? भगवान शंकर के वहां आने पर यही प्रश्र पार्वती जी ने उनसे किया। भगवान शंकर ने कहा-हे पार्वती! जितनी बार तुम्हारा जन्म हुआ है, उतने ही मुंड मैंने धारण किए हैं।

पार्वती जी बोलीं -
मेरा शरीर नाशवान है, मृत्यु को प्राप्त होता है परन्तु आप अमर हैं, इसका कारण बताने का कष्ट करें। भगवान शंकर ने कहा -यह सब अमरकथा के कारण है। इस पर पार्वती जी के हृदय में भी अमरत्व प्राप्त करने की भावना पैदा हो गई और वह भगवान से कथा सुनाने का आग्रह करने लगीं।


भगवान शंकर ने बहुत वर्षों तक टालने का प्रयत्न किया परन्तु अंतत: उन्हें अमरकथा सुनाने को बाध्य होना पड़ा। अमरकथा सुनाने के लिए समस्या यह थी कि कोई अन्य जीव उस कथा को न सुने। इसलिए शिव जी पांच तत्वों (पृथ्वी, जल, वायु, आकाश और अग्रि) का परित्याग करके इन पर्वत मालाओं में पहुंच गए और श्री अमरनाथ गुफा में पार्वती जी को अमरकथा सुनाई।

श्री अमरकथा गुफा की ओर जाते हुए वह सर्वप्रथम पहलगाम पहुंचे, जहां उन्होंने अपने नंदी (बैल) का परित्याग किया। उसके बाद चंदनबाड़ी में अपनी जटा से चंद्रमा को मुक्त किया। शेषनाग नामक झील पर पहुंच कर उन्होंने गले से सर्पों को भी उतार दिया। प्रिय पुत्र श्री गणेश जी को भी उन्होंने महागुणस पर्वत पर छोड़ देने का निश्चय किया। फिर पंचतरणी नामक स्थान पर पहुंच कर शिव भगवान ने पांचों तत्वों का परित्याग किया।

इसके पश्चात ऐसी मान्यता है कि शिव-पार्वती ने इस पर्वत शृंखला में तांडव किया था। तांडव नृत्य वास्तव में सृष्टिआ के त्याग का प्रतीक माना गया। सब कुछ छोड़ अंत में भगवान शिव ने इस गुफा में प्रवेश किया और पार्वती जी को अमरकथा सुनाई। किंवदंती के अनुसार रक्षा बंधन की पूर्णिमा के दिन जो सामान्यत: अगस्त के बीच में पड़ती है, भगवान शंकर स्वयं श्री अमरनाथ गुफा में पधारते हैं।

ऐसा भी ग्रंथों में लिखा मिलता है कि भगवान शिव इस गुफा में पहले पहल श्रावण की पूर्णिमा को आए थे इसलिए उस दिन को श्री अमरनाथ की यात्रा को विशेष महत्व मिला। रक्षा बंधन की पूर्णिमा के दिन ही छड़ी मुबारक भी गुफा में बने हिमशिवलिंग के पास स्थापित कर दी जाती है।

श्री अमरनाथ गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा होती है। इस सम्बन्ध में अमरेश महादेव की कथा भी मशहूर है। इसके अनुसार आदिकाल में ब्रह्म, प्रकृति, अहंकार, स्थावर (पर्वतादि) जंगल (मनुष्य) संसार की उत्पत्ति हुई। इस क्रमानुसार देवता, ऋषि, पितर, गंधर्व, राक्षस, सर्प, यक्ष, भूतगण, दानव आदि की उत्पत्ति हुई।

इस तरह नए प्रकार के भूतों की सृष्टिआ हुई परन्तु इंद्रादि देवता सहित सभी मृत्यु के वश में हुए थे। देवता भगवान सदाशिव के पास आए क्योंकि उन्हें मृत्यु का भय था। भय से त्रस्त सभी देवताओं ने भगवान भोलेनाथ की स्तुति कर मृत्यु बाधा से मुक्ति का उपाय पूछा। भोलेनाथ स्वामी बोले-मैं आप लोगों की मृत्यु के भय से रक्षा करूंगा। कहते हुए सदाशिव ने अपने सिर पर से चंद्रमा की कला को उतार कर निचोड़ा और देवगणों से बोले, यह आप लोगों के मृत्युरोग की औषधि है

उस चंद्रकला के निचोडऩे से पवित्र अमृत की धारा बह निकली। चंद्रकला को निचोड़ते समय भगवान सदाशिव के शरीर से अमृत बिंबदु पृथ्वी पर गिर कर सूख गए। पावन गुफा में जो भस्म है, वह इसी अमृत ङ्क्षबदु के कण है। सदाशिव भगवान देवताओं पर प्रेम न्यौछावर करते समय स्वयं द्रवीभूत हो गए और देवताओं से कहा-देवताओ! आपने मेरा बर्फ का लिंग शरीर इस गुफा में देखा है। इस कारण मेरी कृपा से आप लोगों को मृत्यु का भय नहीं रहेगा।

अब आप यहीं अमर होकर शिव रूप को प्राप्त हो जाएं। आज से मेरा यह अनादि लिंग शरीर तीनों लोकों में अमरेश के नाम से विख्यात होगा। भगवान सदाशिव देवताओं को ऐसा वर देकर उस दिन से लीन होकर गुफा में रहने लगे। भगवान सदाशिव महाराज ने देवताओं की मृत्यु का नाश किया, इसलिए तभी से उनका नाम अमरेश्वर प्रसिद्ध हुआ है।

मनुष्य श्री अमरनाथ जी की यात्रा करके शुद्धि को प्राप्त करता है तथा शिवलिंग के दर्शनों से भीतर-बाहर से शुद्ध होकर धर्म, अर्थ, काम वचन तथा मोक्ष को प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है। अमरनाथ धाम पहुंचना सौभाग्य की बात है। वहां भगवान शिव के दर्शन करने से सर्वसुख की प्राप्ति होती है। बाबा बर्फानी की गुफा में प्रवेश करके भगवान शिव की साक्षात उपस्थिति का एहसास होता है।

Share:

Tuesday 28 July 2015

हमने एक इतिहास बनाने वाले को खो दिया है, पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम नहीं रहे


हमने भारत के 11वें राष्ट्रपति को खो दिया है
हमने भारत के होनहार बेटे को खो दिया है
हमने आज भारत के मिसाइल मैन को खो दिया है
हमने A P J अब्दुल कलाम को खो दिया है

 पूर्व राष्ट्रपति और
अब्दुल कलाम आजाद का निधन हो गया है।
वह शिलांग में एक लेक्चर देने के लिए गए थे। 83
साल के कलाम की शिलांग में आईआईएम में
लेक्चर देने गए थे लेकिन वहीं पर भाषण देने के
दौरान वह बेहोश होकर गिर पड़े।
जानकारी के अनुसार, उन्हें वहां के ही एक
अस्पताल में 7 बजे भर्ती कराया गया था।
सूत्रों ने बताया कि उनकी ब्लड प्रेशर और
दिल की धड़कन एकदम से कम हो गई थी
जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया
गया।
18 जुलाई, 2002 को डॉक्टर कलाम को नब्बे
प्रतिशत बहुमत द्वारा 'भारत का
राष्ट्रपति' चुना गया था और इन्हें 25 जुलाई
2002 को संसद भवन के अशोक कक्ष में
राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई। इस
संक्षिप्त समारोह में प्रधानमंत्री अटल
बिहारी वाजपेयी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्य
तथा अधिकारीगण उपस्थित थे। इनका
कार्याकाल 25 जुलाई 2007 को समाप्त हुआ।
भारत के अब तक के सर्वाधिक लोकप्रिय व
चहेते राष्ट्रपतियों में से एक डॉ. अबुल पाकिर
जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम ने तमिलनाडु के एक
छोटे से तटीय शहर रामेश्वरम में अखबार बेचने से
लेकर भारत के राष्ट्रपति पद तक का लंबा
सफर तय किया है। पूर्व राष्ट्रपति अवुल पकिर
जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम को पूरा देश
एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से जानता था।
वैज्ञानिक और इंजीनियर कलाम ने 2002 से
2007 तक 11वें राष्ट्रपति के रूप में देश की सेवा
की। मिसाइल मैन के रूप में प्रसिद्ध कलाम देश
की प्रगति और विकास से जुड़े विचारों से भरे
व्यक्ति थे।
एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931
को दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के
रामेश्वरम में हुआ। पेशे से नाविक कलाम के
पिता ज्यादा पढ़े लिखे नहीं थे। ये मछुआरों
को नाव किराये पर दिया करते थे। पांच भाई
और पांच बहनों वाले परिवार को चलाने के
लिए पिता के पैसे कम पड़ जाते थे इसलिए
शुरुआती शिक्षा जारी रखने के लिए कलाम
को अखबार बेचने का काम भी करना पड़ा।
आठ साल की उम्र से ही कलाम सुबह 4 बचे उठते
थे और नहाकर गणित की पढ़ाई करने चले जाते
थे। सुबह नहाकर जाने के पीछे कारण यह था
कि प्रत्येक साल पांच बच्चों को मुफ्त में
गणित पढ़ाने वाले उनके टीचर बिना नहाए
आए बच्चों को नहीं पढ़ाते थे। ट्यूशन से आने के
बाद वो नमाज पढ़ते और इसके बाद वो सुबह
आठ बजे तक रामेश्वरम रेलवे स्टेशन और बस अड्डे
पर न्यूज पेपर बांटते थे।
कलाम ‘एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी’ में आने के
पीछे अपनी पांचवी क्लास के टीचर
सुब्रह्मण्यम अय्यर को बताते थे। वो कहते हैं,
‘वो हमारे अच्छे टीचर्स में से थे। एक बार
उन्होंने क्लास में पूछा कि चिड़िया कैसे
उड़ती है? क्लास के किसी छात्र ने इसका
उत्तर नहीं दिया तो अगले दिन वो सभी
बच्चों को समुद्र के किनारे ले गए, वहां कई
पक्षी उड़ रहे थे। कुछ समुद्र किनारे उतर रहे थे
तो कुछ बैठे थे, वहां उन्होंने हमें पक्षी के उड़ने के
पीछे के कारण को समझाया, साथ ही
पक्षियों के शरीर की बनावट को भी
विस्तार पूर्वक बताया जो उड़ने में सहायक
होता है। उनके द्वारा समझाई गई ये बातें मेरे
अंदर इस कदर समा गई कि मुझे हमेशा महसूस
होने लगा कि मैं रामेश्वरम के समुद्र तट पर हूं
और उस दिन की घटना ने मुझे जिंदगी का
लक्ष्य निर्धारित करने की प्रेरणा दी। बाद
में मैंने तय किया कि उड़ान की दिशा में ही
अपना करियर बनाऊं। मैंने बाद में फिजिक्स
की पढ़ाई की और मद्रास इंजीनियरिंग
कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में
पढ़ाई की।’
1962 में कलाम इसरो में पहुंचे। इन्हीं के प्रोजेक्ट
डायरेक्टर रहते भारत ने अपना पहला स्वदेशी
उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी-3 बनाया।
1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा
के समीप स्थापित किया गया और भारत
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन
गया। कलाम ने इसके बाद स्वदेशी गाइडेड
मिसाइल को डिजाइन किया। उन्होंने
अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलें भारतीय
तकनीक से बनाईं। 1992 से 1999 तक कलाम
रक्षा मंत्री के रक्षा सलाहकार भी रहे। इस
दौरान वाजपेयी सरकार ने पोखरण में दूसरी
बार न्यूक्लियर टेस्ट भी किए और भारत
परमाणु हथियार बनाने वाले देशों में शामिल
हो गया। कलाम ने विजन 2020 दिया। इसके
तहत कलाम ने भारत को विज्ञान के क्षेत्र में
तरक्की के जरिए 2020 तक अत्याधुनिक करने
की खास सोच दी गई। कलाम भारत सरकार
के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार भी रहे।
1982 में कलाम को डीआरडीएल (डिफेंस
रिसर्च डेवलपमेंट लेबोरेट्री) का डायरेक्टर
बनाया गया। उसी दौरान अन्ना
यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टर की उपाधि से
सम्मानित किया। कलाम ने तब रक्षामंत्री
के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. वीएस
अरुणाचलम के साथ इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल
डेवलपमेंट प्रोग्राम (आईजीएमडीपी) का
प्रस्ताव तैयार किया। स्वदेशी मिसाइलों के
विकास के लिए कलाम की अध्यक्षता में एक
कमेटी बनाई गई।
इसके पहले चरण में जमीन से जमीन पर मध्यम
दूरी तक मार करने वाली मिसाइल बनाने पर
जोर था। दूसरे चरण में जमीन से हवा में मार
करने वाली मिसाइल, टैंकभेदी मिसाइल और
रिएंट्री एक्सपेरिमेंट लॉन्च वेहिकल (रेक्स)
बनाने का प्रस्ताव था। पृथ्वी, त्रिशूल,
आकाश, नाग नाम के मिसाइल बनाए गए।
कलाम ने अपने सपने रेक्स को अग्नि नाम
दिया। सबसे पहले सितंबर 1985 में त्रिशूल फिर
फरवरी 1988 में पृथ्वी और मई 1989 में अग्नि
का परीक्षण किया गया। इसके बाद 1998 में
रूस के साथ मिलकर भारत ने सुपरसोनिक क्रूज
मिसाइल बनाने पर काम शुरू किया और
ब्रह्मोस प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की
गई। ब्रह्मोस को धरती, आसमान और समुद्र
कहीं भी दागी जा सकती है। इस सफलता के
साथ ही कलाम को मिसाइल मैन के रूप में
प्रसिद्धि मिली और उन्हें पद्म विभूषण से
सम्मानित किया गया।
कलाम को 1981 में भारत सरकार ने देश के
सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म भूषण और
फिर, 1990 में पद्म विभूषण और 1997 में भारत
रत्न प्रदान किया। भारत के सर्वोच्च पर पर
नियुक्ति से पहले भारत रत्न पाने वाले कलाम
देश के केवल तीसरे राष्ट्रपति हैं। उनसे पहले यह
मुकाम सर्वपल्ली राधाकृष्णन और जाकिर
हुसैन ने हासिल किया।
हमने सिर्फ एक पूर्व राष्ट्रपति, एक मिसाइलमेन, एक वैज्ञानिक व एक समाजसेवी नहीं खोया है...हमने आज विज्ञान का पूरा एक दौर खो दिया है। अब्दुल कलाम समस्त युवा पीढ़ी के लिए एक अभिभावक जैसे थे जिन्होंने हमेशा अपने ज्ञान से एक पथ-प्रदर्शक की भूमिका निभाई।
।। महान राष्ट्रपति अब्दुल कलाम साब को भावभीनी श्रधांजलि।।
।। ईश्वर उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे ।।
Share:

Saturday 18 July 2015

Kaise Google+ Profile Ka Name Change Karenge ?


How To Change Google+ profile name ?

So, you want to change your name on Google Plus? You can easily change your Google+ profile name on Android, iPhone/iPad app,Computer- Pc.
Changing your name on Google+ will change it in all Google products like YouTube, Gmail and Google Wallet.Change my "personal name" for my Google Account.
  • Android app
  1. Open the Google+ app
    .
  2. At the top of the screen, touch your picture.
  3. Touch the menu > Edit name.
  4. Type your preferred name.
  5. In the upper-right corner, touch Save.
  • iPhone/iPad app
  1. Open the Google+ app .
  2. In the upper-left corner, touch the menu
    .
  3. At the top of the screen, touch your picture.
  4. In the upper-right corner, touch the settings > Edit name.
  5. Type your preferred name
  6. In the upper right corner, touch Save.
  • Computer- Pc
  1. Open Google+.
  2. In the top-left corner, click the drop-down menu > Profile .
  3. Click your name, and type your preferred name.
  4. In the lower-right corner, click Save
  5. Mor Information Click >>
Share:

Friday 17 July 2015

कैसे पीपल से कई बीमारियों से बचा जा सकता है ?-पीपल के औषधीय गुण


पीपल की भारत में धार्मिक रूप में पूजा होती है। क्योंकि इस पेड़ का जितना धार्मिक महत्व है उससे कई गुना इसका आपकी सेहत के लिए महत्व है। आयुर्वेद में पीपल के औषधीय गुणों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है। कैसे पीपल से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
दांतों के लिए फायदेमंद
दांतों की बदबू, दांतों का हिलना और मसूड़ों का दर्द व सड़न को दूर करने के लिए 2 ग्राम काली मिर्च, 10 ग्राम पीपल की छाल और कत्था को बारीक पीसकर उसका पाउडर बना लें। और इससे दांतों को साफ करें। आपको इन रोगों से मुक्ति मिलेगी।
झुर्रियों से बचाएगा
बहुत ही कम लोगों को ही यह बात मालूम है कि झुर्रियों को खत्म करने के लिए पीपल एक अहम भूमिका निभाता है। यह बढ़ती हुई उम्र की वजह से चेहरे पर झुर्रियां रोक देता है। पीपल की जड़ों को काट लें और उसे पानी में अच्छे से भिगोकर इसका पेस्ट बना लें। और इस पेस्ट को नियमित चेहरे पर लगाएं।
दाद और खुजली को दूर करे
दाद और खाज दूर करने के लिए पीपल के 4 पत्तों को चबाकर सेवन करें। यदि एैसा नहीं कर सकते हो तो पीपल के पेड़ की छाल का काढ़ा बना लें और इसे दाद व खुजली वाली जगह पर लगाएं।
पेट की तकलीफ को दूर करे
पेट की किसी भी तरह की समस्या जैसे कब्ज, गैस और पेट दर्द आदि को  दूर करता है। पीपल के ताजे पत्तों को कूट कर इसका रस सुबह-शाम पीएं। पीपल के पत्ते वात और पित्त को खत्म करते हैं।
दमा से दिलाए निजात
दमा के रोगीयों के लिए पीपल एक महत्वपूर्ण दवा का काम करता है। पीपल के पेड़ की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल लें और इसे सुखा लें। सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लें और पानी के साथ दमा रोगी को दें।
नजला-जुकाम से मुक्ति
नजला-जुकाम होने पर पीपल के पत्तों को छाया में सुखा लें। और इनकों पीसकर चूर्ण बना लें। और इसे गुनगुने पानी में थोड़ी सी मिश्री के साथ मिलाकर पीएं।

घावों को करे ठीक
चोट के घावों को जल्दी भरने के लिए पीपल के पत्तों को गर्म कर लें और चोट की वजह से होने वाले घावों पर लगा दें।
दिलाए फटी एड़ियों से निजात
पीपल के पत्तों से निकलने वाले दूध को फटी एड़ियों पर लगाने से एड़ियां कोमल और सामान्य हो जाती हैं।
Share:

Thursday 16 July 2015

'Joy' Teaser Trailer Videos Hd- Jennifer Lawrence Fires Gun, Gets Inventive


Jennifer Lawrence is armed and determined in the teaser trailer for her latest David O. Russell collaboration, Joy.
The movie, which hits theaters Christmas Day, is based on the stories of several powerful women including the inventor of the Miracle Mop, Joy Mangano.
In the trailer, Lawrence's Joy is shown growing up, going to college and getting married over a church bell-filled version of "You Can't Always Get What You Want."
While at home taking care of her kids, she's shown coming up with an invention.
A supercut then reveals production revving up on her new product, as Bradley Cooper's character enters the picture. Then Joy does some fighting, crying and even gets arrested.
The teaser ends with her firing a shotgun and saying, "My name's Joy, by the way."

Robert De Niro
, Edgar Ramirez, Virginia Madsen and Isabella Rossellini co-star in the movie from 20th Century Fox and Megan Ellison's Annapurna Pictures. Russell directed and rewrote the script by Bridesmaids writer Annie Mumolo.

The project marks Lawrence, Cooper and De Niro's third project with Russell after
Silver Linings Playbook and American Hustle. July 15, 9:04 a.m. An earlier version of this story misstated the song being played in the trailer and incorrectly described the type of gun fired at the end.
Share:

Ladki Ko Kaise Patayege ? लड़की पटाने के नए तरीके

  • लड़की पट जाएगी बस पटाना आना चाहिए 
अगर आप पार्टी में किसी लड़की को पटाना चाहते हो तो, आप सबसे पहले उनसे जाकर मिले और अपना परिचय दे, इससे धीरे-धीरे बात चित का सिलसिला शुरू होगा और आप उसे पटा लेंगे.
  • लडकी पटाने का मस्त तरीका 
आप की पड़ोसन अगर स्कूल/कॉलेज जाने के लिए निकल रही हो तो आप उनके संग होले और उनसे बात करते हुए आप भी जाये. ऐसा लगातार 3 दिनों तक करे और 4 वां  दिन मत जाना, वो 5 वां  दिन आपसे जरुर पूछेगी कल क्यों नहीं आये. हो सकता है इस तरह की मुलाकात से  आप उसे पटा ही लेंगे.
  •   जब करना हो एक लड़की को इम्प्रेस 
अपने मोबाईल फ़ोन में कोई रोमांटिक रिंग टोन ही रखे, रोमांटिक रिंग टोन सुनकर लड़कियां जरुर इम्प्रेस होती हैं. लड़कियों को पटाने के लिए उन्हें इम्प्रेस करना बहुत ही जरुरी है
  • Girlfriend Ko Kaise Patae
अगर आप उनसे कही मिले और उनके साथ में उनके पेरेंट्स हो तो उनके पांव (चरण) छुए. लड़की तुरंत आपसे इम्प्रेस होगी (अगर लड़की जानपेहचन वाली हो उसी स्थिति में ही).
  •  Ladki Patane Ke Rules
लड़कियों के सामने कभी भी स्मोकिंग न करे और न ही ड्रिंकिंग. ये बात हमेशा याद रखे लड़कियां अच्छे स्वभाव  वाले लडको को ही पसंद करती है.
  • Classroom ki Ladki Patane Ka Formula 
आप किसी दिन उनसे ये कह कर की “आप मुझे आपना ऑटोग्राफ देंगे तो ये मेरी खुशनसीबी होगी”. आप उनका ऑटोग्राफ मांगकर उनको खुश कर सकते हैं. 
  • लड़की पटाने के नए और जानदार तरीके
अगर आप उनसे कही मिले और उनके साथ में उनके पेरेंट्स हो तो उनके पांव (चरण) छुए. लड़की तुरंत आपसे इम्प्रेस होगी (अगर लड़की जानपेहचन वाली हो उसी स्थिति में ही).
उनके साथ कभी भी बहस नहीं करे हमेशा उनकी बात का साथ दे. तभी उनको पटा सकते है.
-------------------------------------
1.    लड़कियों को सुगंध बहुत पसंद होती है। इसलिए जब भी आप अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जाएं, 
तो कोलोन, डिओ, परफ्यूम का इस्तेमाल जरूर करें। फिर देखिए उन पर क्या जादू चलता है।


2.    आप अपनी गर्लफ्रैंड की बातों को ध्यान से सुनें। क्यों कि हर लड़की चाहती है कि उसका प्रेमी उसका ख्याल रखे। इससे उसे यह महसूस होगा कि आप उसके सच्चे साथी हैं जो सुख-दुःख में काम आते हैं।


3.    अपने आप को उसके अनुसार ढालने की कोशिश करें। वह क्या पसंद करती है और क्या नहीं यह जानने की कोशिश करें। जब डिनर पर जाएँ तो आप उसकी पसंद का खाना ही खाएँ।

 

4.    अपनी गर्लफ्रेंड की तारीफ करें और बातों-बातों में यह जरूर कहे कि वह खूबसूरत है।


5.    बाते करते वक्त उनका हाथ कुछ सेकंड के लिए जरूर थामें।


6.    जब भी आप उनसे मिले प्यार से उनके सिर को चूमें।




7.    नींद से जगाने के लिए नये तरीके अपनाएं, कोशिश करें कि उनकों जगाने के लिए उनकी ही रिकॉर्ड आवाज को उन्हें सुनाएं।
 

8.    अपनी गर्लफ्रेंड को इस बात का अहेसास करवाएं कि आप उनसे प्यार करते है। उन्हें बराबर यह बात कहते रहें कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं।

9.    अगर वह परेशान है तो उन्हें गले लगाकर इस बात का एहसास दिलाएं कि वह आपके लिए कितना मायने रखती है।

 

10.    उनकी हर छोटी से छोटी बात का भी ख्याल रखें, क्योंकि यह प्यार का बहुत जरूरी हिस्सा होता है।
 

11.    कभी-कभी उनके पसंदीदा गाने भी उन्हें सुनाएं।
 

12.    आप अपनी गर्लफेंड को अपने परिवार और दोस्तों से मिलवाएं, इससे आपके प्रति उनका विश्वास बढ़ेगा।
 

13.    प्यार का इजहार करने के लिए उनके बालों को प्यार से सहलाएं।
 

14.    कभी-कभी आप उनके साथ मस्ती भी करें, जैसे गुदगुदाना, कुश्ती करना।
 

15.    गर्लफेंड को बाहर घूमने लेकर जाएं और अपने दिल की बातें कहें।
 

16.    उन्हें खुश रखने के लिए और हंसाने के लिए जोक्स सुनाएं।
 

17.    आधी रात को एसएमएस कर उन्हें बताएं कि आप उन्हें कितना ‘मिस’ कर रहे हैं।
 
18.    खुश करने के लिए उनकों फूलों का तोहफा दें। हो सकता है आपके पास तोहफा देने का कोई अवसर ना हो। बिना किसी ऐसे अवसर के भी उन्हें तोहफा दें।
 
19.    उनके साथ अच्छा टाइम ‍बिताएं, कभी-कभी उनके साथ भी डांस करें।


Share:

Thursday 9 July 2015

धूम्रपान नपुंसक बना सकता है ?

                                            
  धूम्रपान नपुंसक बना सकता है
अगर धूम्रपान करते हैं तो यह आपके लिए है, यह ना सिर्फ आपके फेफड़ों पर असर डालता है
बल्कि आपके पिता बनने के सपने पर भी ग्रहण ला सकता है। जी हां, धूम्रपान से पुरुषों में
नंपुसकता के लक्षण देखे जा सकते हैं। धूम्रपान इंसान के लिए बहुत खतरनाक है। इससे
न सिर्फ बहुत से रोग हो जाते हैं बल्कि धूम्रपान से व्यक्ति की जान का जोखिम बढ़ जाता है।
इतना ही नहीं धूम्रपान करने वालों के साथ रहने वाले लोगों को भी कैंसर होने का खतरा रहता है
खासकर गर्भवती महिलाओं और बच्चों को। युवा वर्ग आज धूम्रपान की चपेट में
आता जा रहा है जिससे नपुंसकता में लगातार इजाफा हो रहा है। धूम्रपान की लत एक महामारी के रूप में फैलती जा रही हैं। आइए जानें धूम्रपान से होने वाले ऐसे
ही दुष्प्रभावों के बारे में।
             • यह सच है कि धूम्रपान नपुंसकता का कारण  बन सकता है। दरअसल, धूम्रपान से रक्त
सरंचना पर विपरीत प्रभाव होता है जिससे शरीर  में मौजूद यौन हार्मोंस उचित रूप से विकिसत
नहीं हो पाते नतीजन, वे उचित क्रिया करने में  भी सक्षम नहीं होते और यौनशक्ति में कमी आने
लगती हैं।
            • धूम्रपान से बच्चों पर बुरा असर पड़ने लगता हैं और समय से पहले ही उनकी सेक्सुअल पॉवर  बढ़ने लगती हैं।
            • धूम्रपान नपुंसकता के जोखिम में इजाफा करता है, इसके कई कारण है। सिगरेट में
मिले निकोटीन से व्यैक्ति के स्वास्थ्य पर नकारात्मपक प्रभाव पड़ता है जिससे व्यक्ति का लिंग सिकुड़ने लगता है और उसमें उत्तेजना कम होती जाती हैं। नतीजन उसकी सेक्सग में रूचि कम होने लगती हैं।
          • धूम्रपान रक्त वाहिकाओं में रक्तं के प्रवाह को कम करता है जिससे रक्त में अवरोध उत्पन्न  होने लगता है और रक्त संचरना नकारात्मक   प्रभाव डालने लगती है।
           • धूम्रपान के कारण लिंग सीधा होने में दिक्कंते आती हैं। दरअसल लिंग में रक्त का प्रवाह
सही तरह से नहीं हो पाता जिससे लिंग   की शक्ति कमजोर पड़ने लगती हैं और लिंग के  ऊतकों का विस्तार सही से नहीं हो पाता।
          • शोधों में यह भी साबित हो चुका हैं कि धूम्रपान के प्रभाव से स्पर्म की गुणवत्तां में कमी आ
जाती हैं और उसके उत्पादन में भी।
          • धूम्रपान नपुंसक तो बनाता ही है, साथ ही इससे गुर्दा कैंसर, मूत्राशय कैंसर, अग्नाशय
के कैंसर, मुंह का कैंसर, घेघा कैंसर सहित दमा और सांस की तकलीफ भी होने लगती हैं। इसके अलावा कोरोनरी धमनी की बीमारी, हृदय रोग संबंधित समस्यामएं, उच्च रक्तचाप, कॉलेस्ट्रोल में कमी,त्वचा का पीला पड़ना और समय से पहले झुर्रियां पड़ना, दांतों और मसूड़ों संबंधित समस्यारएं पैदा हो जाती हैं। इसीलिए जितना संभव हो सकें धूम्रपान से दूर
रहना ही बेहतर हैं।
Share:

जानिए नपुंसकता के बड़े कारण - काम परामर्श

सेक्स मात्र एक क्रिया ही नहीं है वरन यह एक ऐसी जटिल प्रक्रिया से संचालित होती है जिसका अंदाजा लगाना सरल नहीं है। कभी-कभी लोग किसी तस्वीर को देखकर ही उत्तेजित हो जाते हैं। लिंग में उत्तेजना खत्म हो जाने को इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या नपुंसकता कहते हैं। इरेक्शन (स्तंभन) सेक्स पूरा हो जाने के बाद यानी इजेकुलेशन (स्खलन) के बाद खत्म होना चाहिए। जिन लोगों में यह दिक्कत पाई जाती है, वे चिड़चिड़े हो सकते हैं और उनका कॉन्फिडेंस लेवल भी कम हो सकता है।
sad-coupleपुरुष के लिंग में उत्तेजना विचार से भी आती है और स्पर्श से भी। इसका परिणाम यह होता है कि शरीर के साथ लिंग में भी खून का प्रवाह तेज हो जाता है मगर  उत्तेजना के लिए उचित हॉर्मोन का होना भी जरूरी है। हालांकि कई बार लोग वहम का शिकार भी हो जाते हैं। 
 
ऐसा माना जाता है कि पुरुषों में 60 साल के बाद और महिलाओं में 45 साल के बाद हॉर्मोन की कमी होने लगती है, जिससे उनके उत्तेजित होने में समय लगता है या फिर वे उत्तेजित ही नहीं हो पाते हैं। हालांकि कई मामलों में देखा गया है कि कुछ लोग 70 वर्ष की उम्र के बाद भी सेक्स करने में सक्षम होते हैं। 
* नशाखोरी भी व्यक्ति ‍की सेक्स  लाइफ को प्रभावित करती है। तनाव, शराब, धूम्रपान और मधुमेह का भी सेक्स लाइफ पर असर होता है। अत: इनसे बचकर रहना चाहिए। मधुमेह यानी शुगर की समस्या है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। नशे के बारे में कहा जाता है कि शुरुआती तौर पर व्यक्ति को सेक्स में अच्छा लगता है, लेकिन धीरे धीरे स्थितियां बिलकुल उलट हो जाती हैं।
 
*हॉर्मोंस डिसऑर्डर्स, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन अथवा नपुंसकता की बड़ी वजह हो सकती है। 
* नर्वस सिस्टम में आई किसी कमी के चलते भी यह समस्या हो सकती है। यानी न्यूरॉलजी से जुड़ी समस्याएं भी नपुंसकता की अहम वजह हो सकती हैं।
* लिंग में उत्तेजना या इरेक्शन की वजह उसमें खून का प्रवाह होता है। मगर जब कभी खून का प्रवाह सही नहीं होता तो उसमें सख्ती नहीं आ पाती। कई बार स्थिति तब और खराब हो जाती है जब व्यक्ति सेक्स  कर रहा होता है और रक्त प्रवाह लिंग में खत्म हो जाता है। ऐसे में उसे अपनी पार्टनर के समक्ष शर्मिंदा होना पड़ता है। 
* हमारे मस्तिष्क में सेक्स  संबंधी बातों के लिए एक खास केंद्र होता है। इसी केंद्र के चलते सेक्स संबंधी इच्छाएं नियंत्रित होती हैं और इंसान सेक्स कर पाता है। इस सेंटर में अगर कोई डिसऑर्डर है, तो भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन हो सकता है।
* शक का कीड़ा जब दिमाग में कुलबुलाता है तो वह भी सेक्स   में नाकामी वजह हो सकता है। कई बार लोगों को लगता है कि वे ठीक तरह से सेक्स कर भी पाएंगे या नहीं और जब यह विचार के व्यक्ति के मन में आता है तो हकीकत में ऐसा हो जाता है। मन में ऐसी शंकाएं भी इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की वजह बनती हैं। इसी डर की वजह से लंबे समय में व्यक्ति सेक्स से मन चुराने लगता है और उसकी इच्छा में कमी आने लगती है।
* डॉक्टरों का मानना है कि 80 फीसदी मामलों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की वजह शारीरिक होती है, बाकी 20 फीसदी मामले ऐसे होते हैं जिनमें इसके लिए मानसिक कारण जिम्मेदार होते हैं।
By : Polekhoe.com
Share:

Saturday 4 July 2015

आत्मा भूत प्रेत प्रेतात्मा - क्या वास्तव में भूत-प्रेत होते हैं



कौन बनता है भूत ?

जिसका कोई वर्तमान न हो, केवल अतीत ही हो वही भूत कहलाता है। अतीत में अटका आत्मा भूत बन जाता है। जीवन न अतीत है और न भविष्य वह सदा वर्तमान है। जो वर्तमान में रहता है वह मुक्ति की ओर कदम बढ़ाता है

आत्मा के तीन स्वरुप माने गए हैं- जीवात्मा, प्रेतात्मा और सूक्ष्मात्मा। जो भौतिक शरीर में वास करती है उसे जीवात्मा कहते हैं। जब इस जीवात्मा का वासना और कामनामय शरीर में निवास होता है तब उसे प्रेतात्मा कहते हैं। यह आत्मा जब सूक्ष्मतम शरीर में प्रवेश करता है, उस उसे सूक्ष्मात्मा कहते हैं।
भूत-प्रेतों की गति एवं शक्ति अपार होती है। इनकी विभिन्न जातियां होती हैं और उन्हें भूत, प्रेत, राक्षस, पिशाच, यम, शाकिनी, डाकिनी, चुड़ैल, गंधर्व आदि कहा जाता है।
भूतों के प्रकार : हिन्दू धर्म में गति और कर्म अनुसार मरने वाले लोगों का विभाजन किया है- भूत, प्रेत, पिशाच, कूष्मांडा, ब्रह्मराक्षस, वेताल और क्षेत्रपाल। उक्त सभी के उप भाग भी होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार 18 प्रकार के प्रेत होते हैं। भूत सबसे शुरुआती पद है या कहें कि जब कोई आम व्यक्ति मरता है तो सर्वप्रथम भूत ही बनता है।
इसी तरह जब कोई स्त्री मरती है तो उसे अलग नामों से जाना जाता है। माना गया है कि प्रसुता, स्त्री या नवयुवती मरती है तो चुड़ैल बन जाती है और जब कोई कुंवारी कन्या मरती है तो उसे देवी कहते हैं। जो स्त्री बुरे कर्मों वाली है उसे डायन या डाकिनी करते हैं। इन सभी की उत्पति अपने पापों, व्याभिचार से, अकाल मृत्यु से या श्राद्ध न होने से होती है।
लाख योनियां : पशुयोनि, पक्षीयोनि, मनुष्य योनि में जीवन यापन करने वाली आत्माएं मरने के बाद अदृश्य भूत-प्रेत योनि में चले जाते हैं। आत्मा के प्रत्येक जन्म द्वारा प्राप्त जीव रूप को योनि कहते हैं। ऐसी 84 लाख योनियां है, जिसमें कीट-पतंगे, पशु-पक्षी, वृक्ष और मानव आदि सभी शामिल हैं।
प्रेतयोनि में जाने वाले लोग अदृश्य और बलवान हो जाते हैं। लेकिन सभी मरने वाले इसी योनि में नहीं जाते और सभी मरने वाले अदृश्य तो होते हैं लेकिन बलवान नहीं होते। यह आत्मा के कर्म और गति पर निर्भर करता है। बहुत से भूत या प्रेत योनि में न जाकर पुन: गर्भधारण कर मानव बन जाते हैं।
पितृ पक्ष में हिन्दू अपने पितरों का तर्पण करते हैं। इससे सिद्ध होता है कि पितरों का अस्तित्व आत्मा अथवा भूत-प्रेत के रूप में होता है। गरुड़ पुराण में भूत-प्रेतों के विषय में विस्तृत वर्णन मिलता है। श्रीमद्‍भागवत पुराण में भी धुंधकारी के प्रेत बन जाने का वर्णन आता है।
Share:

Thursday 2 July 2015

काम मे नारी की लज्जा ,घूँघट ,पायल बड़े हितकारी हैं

काम मे नारी की लज्जा ,घूँघट ,पायल बड़े हितकारी हैं

विवाह के कुछ वर्ष तो दंपत्ति मे काम,आकर्षण रहता है
पर आज कल का निर्लज्ज समाज नर नारी मे खुला पन जहां घर मे सम्बन्धों को भी बिगाडता है वहीं घूँघट न होने से नारी नर जैसी होती जा रही है - और उसकी खुल्ली काम की ईक्षा भले एक समय इसे बड़ा मॉडर्न मानते थे पर काम का सूत्र है नारी का न करना ,लजाना - जहां नारी लजाना छोड़ती है और खुलके जनाने अंगों पे ,उसके ठहराव पे बोलती है वहाँ आदमी मे नपुंसकता आने लगती है - और हानी पत्नी को ही हुई - फिर पाती उससे कटने लगता है - डरता है कि फिर कुछ सुनने को मिला तो - और फिर दोनो एक दूसरे पे फालतू के आरोप लगा के दूर हो जाते हैं - आकर्षण खत्म होने से ,पुरुष का सम्मान खत्म होने से घर मे दो नर से होने लगते हैं - पहले घरों मे एक ही अहंकार होता था - नर अब नारी हावी है और +35 नारी को तृप्त करना इन हालातों मे अनेकों को संभव नहीं होता - ऐसे मे लज्जा ,नारी का नर को उकसाते हुए बचना ,नर से डर दिखाना आदि अनेकों ऐसे त्रिया कर्म हैं जिनसे दाम्पत्य जीवन को नारी बचाए ,पति से संबंधो को बनाए रखती है
दाम्पत्य जीवन मे काम सुख इन संबंधो को अच्छा करता है और इसमे लज्जा बड़ा हथियार है -- जिसे समझ आए अपनाए - जो अहंकार रखे और पति से बराबरी नहीं अगाबरी करे तो वो उसकी जाने - अँग्रेजी से लज्जा नष्ट है और आज हर घर का दाम्पत्य जीवन दुखमय है - इसीलिए यहाँ चित्र घूँघट का है काम दर्शन का नहीं - तो नारी लजाना छोड़ के अपना ही नुकसान कर रही है - परिवार को नारी ही बांधती है ,और पति को काबू मे रखने का हथियार है घूँघट - बस हाँ अति न हो - घूँघट आजीवन आकर्षण देता है
अरे नर नारी दोनों एक ही तो हैं - नर ने विशेष गुण धारण किए तो नर बना - नारी ने लज्जा ,लचक ,त्रिया धारण किया तो नारी बनी - अब आज नारी नर के गुणो कि ओर भाग रही है - और क्योंकि मुक़ाबला मर्दों से करने कि ईक्षा है तो गुण नर के आएंगे ही और देह भले नारी कि हो अगर गुण नर के आ गए हैं तो आकर्षण नही रहेगा - अतः लजाओ और वैवाहिक जीवन का आनंद लो - सबसे बड़ा काम सूत्र है " लज्जा " और नर अँग्रेजी के चक्करों मे पड़के नारी कि लज्जा नष्ट न करना वरना तू ही रोएगा नपुंसक बनके - काम विचार वैधानिक साथी साथ होने पे ही उत्पन्न हों ,दुश्चरित्र लज्जाहीन नारी से संबंध नर को नपुंसक बनाते हैं । दिन भर काम चिंतन लिंग कि माशपेशियों को क्षीण करता है ,रोज दवा के रूप मे थोड़ा उत्तेजना विचारों से अवश्य बनाओ
Share:

Monday 29 June 2015

paralysis treatment in ayurveda-लकवा का आयुर्वेदिक उपचार

 

लकवा को आयुर्वेद में पक्षाघात रोग भी कहते हैं। इस रोग में रोगी के एक तरफ के सभी अंग काम करना बंद कर देते हैं जैसे बांए पैर या बाएं हाथ का कार्य न कर पाना। साथ ही इन अंगों की दिमाग तक चेतना पहुंचाना भी निष्क्रिय हो जाता है। और इस रोग की वजह से अंगों का टेढापन, शरीर में गरमी की कमी, और कुछ याद रखने की क्रिया भी नष्ट हो जाती है। आयुर्वेद में लकवा के प्रभाव को कम करने के अनेक उपाय दिए गए हैं।
लकवा से बचने के आयुवेर्दिक उपचार : 
1. कुछ दिनों तो रोज छुहारों को दूध में भिगोकर रोगी को देते रहने से लकवा ठीक होने लगता है।
2. सौंठ और उड़द को पानी में मिलाकर हल्की आंच में गरम करके रोगी को नित्य पिलाने से लकावा ठीक हो जाता है।
3. नाशपाती, सेब और अंगूर का रस बराबर मात्रा में एक ग्लिास में मिला लें। और रोगी को देते रहें। कुछ समय तक यह उपाय नित्य करना है तभी फायदा मिलेगा।
4. 1 चम्मच काली मिर्च को पीसकर उसे 3 चम्मच देशी घी में मिलाकर लेप बना लें और लकवाग्रसित अंगों पर इसकी मालिश करें। एैसा करने से लकवा ग्रस्त अंगों का रोग दूर हो जाएगा।
5. करेले की सब्जी या करेले का रस को नित्य खाने अथवा पीने से लकवा से प्रभावित अंगों में सुधार होने लगता है। यह उपाय रोज करना है।
6. प्याज खाते रहने से और प्याज का रस का सेवन करते रहने से लकवा रोगी ठीक हो जाता है।
7. 6 कली लहसुन को पीसकर उसे 1 चम्मच मक्खन में मिला लें और रोज इसका सेवन करें। लकवा ठीक हो जाएगा।
8. तुलसी के पत्तों, दही और सेंधा नमक को अच्छे से मिलाकर उसका लेप करने से लकावा ठीक हो जाता है। ये उपाय लंबे समय तक करना होगा।
9. गरम पानी में तुलसी के पत्तों को उबालें और उसका भाप लकवा ग्रस्ति अंगों को देते रहने से लकवा ठीक होने लगता है।
10. आधा लीटर सरसों के तेल में 50 ग्राम लहसुन डालकर लोहे की कड़ाही में पका लें। जब पानी जल जाए उसे ठंडा होने दें फिर इस तेल को छानकर किसी डिब्बे में डाल लें। और इस तेल से लकवा वाले अंगों पर मालिश करें।

                 लकवा का सही समय पर इलाज न होने से रोगी एक अपाहिज की जिंदगी जीने को मजबूर हो जाता है इसलिए समय रहते लकवा का उपचार कराना जरूरी है। आयुवेर्दिक तरीकों से लकवा पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। ये उपाय लंबे समय तक लगातार करने से ही फायदा देगें। इसलिए धैर्य जरूर रखें।

Share:

असल में कितने देवी-देवता हैं और क्यों?

 

सनातन हिन्दू धर्म में कितने देवता हैं ? 

                          कुछ लोग 33 करोड़ तो कुछ 33 प्रकार के बतलाते हैं . इस विषय में हम वेदों का शिरोभाग जिसे उपनिषद् कहते हैं उससे इस विषय को प्रस्तुत करते हैं ------बृहदारण्यक उपनिषद् में शाकल्य ऋषि ने याज्ञवल्क्य महर्षि से पूछा --देवता कितने हैं ---कति देवाः ? याज्ञवल्क्य जी ने अन्तम उत्तर देते हुए कहा -------33 ही देवता हैं ----- त्रयस्त्रिंशत्त्वेव देवाः। अब प्रश्न हुआ --वे 33 देवता कौन कौन हैं ? इसका उत्तर दिया गया ------
8 वसु- धर, ध्रुव, सोम, अह, अनिल, अनल, प्रत्युष और प्रभाष
11 रुद्र-हर, बहुरुप, त्रयँबक, अपराजिता, बृषाकापि, शँभू, कपार्दी, रेवात, मृगव्याध, शर्वा, और कपाली।
12 आदित्य- धाता, मित, आर्यमा, शक्रा, वरुण, अँश, भाग, विवास्वान, पूष, सविता, तवास्था, और विष्णु..
1 इन्द्र
1प्रजापति
कुल योग = 33
यही 33 देवता हैं । -----. बृहदारण्यकोपनिषद् 9/3/1-2
इस प्रकार वेद में 33 ही देवता कहे गये हैं । यहां कहीं भी --33 कोटि देवता --ऐसे शब्द का प्रयोग ही नहीं है। जिससे हमें कोटि शब्द के अर्थ को बतलाने के लिए बाध्य होना पड़े ।
ये 33 देवता भी एक ही देवता = परमात्मा =ब्रह्म =भगवान् के विभिन्न रूप हैं । वस्तुतः एक ही देव है जो भिन्न भिन्न प्रकार से अनेक नामों से कहा गया है---एकं सद्विप्रा बहुधा वदन्ति --ऋग्वेद,वही एक देव सर्वत्र व्याप्त (समाया) हुआ है.
एको देवः सर्वभूतेषु गूढः ----श्वेताश्वतरोपनिषद्-6/11.
हमारा सनातन हिन्दू धर्म मुस्लिम या इशायियों की भांति छुद्र विचारधारा वाला नहीं है । यहां तो यह उस समय ही विनिर्णीत हो चुका कि जो कुछ दिखायी या सुनायी देता है वह सब वही एक देव है --- सर्वं खल्विदं ब्रह्म---3/14/1.
अतः हमारे सनातन धर्म में मूलतः एक ही देव हैं जिन्हे हम इन 33 देवताओं की बात क्या , सम्पूर्ण विश्व को उन्ही का रूप देखते हैं.
ब्रह्मसूत्र के "देवताधिकरण" -अध्याय 1/पाद 3/अधिकरण 8/सूत्र 27. का शांकर भाष्य एवं उसकी भामती टीका में भी विवरण मिलता है.

असल में कितने देवी-देवता हैं और क्यों?

 ऐसी मान्यता है कि हिंदू देवी-देवताओं की संख्या 33 या 36 करोड़ है, लेकिन ये सच नहीं है। वेदों में देवताओं की संख्या 33 कोटी बताई गई है। कोटी का अर्थ प्रकार होता है जिसे लोगों ने या बताने वाले पंडित ने 33 करोड़ कर दिया। यह भ्रम आज तक जारी है। देवी और देवताओं को परमेश्वर ने प्रकाश से बनाया है और ये प्रमुख रूप से कुल 33 हैं। ये सभी ईश्वर के लिए संपूर्ण ब्रह्मांड में कार्य करते हैं। देवताओं को इस्लाम में फरिश्ते और ईसाई धर्म में एंजेल कहते हैं।

देवताओं की शक्ति और सामर्थ के बारे में वेद और पुराणों में उल्लेख मिलता है। हालांकि प्रमुख 33 देवताओं के अलावा भी अन्य कई देवदूत हैं जिनके अलग-अलग कार्य हैं और जो मानव जीवन को किसी न किसी रूप में प्रभावित करते हैं। इनमें से कई ऐसे देवता हैं ‍जो आधे पशु और आधे मानव रूप में हैं। आधे सर्प और आधे मानव रूप में हैं।


पहले ये सभी देवी और देवता धरती पर निवास करते थे और अपनी शक्ति से कहीं भी आया-जाया करते थे। मानवों ने इन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखा है और इन्हें देखकर ही इनके बारे में लिखा है। महाभारत काल तक ये देवता धरती पर रहते थे, लेकिन महाभारत काल के बाद सभी अंतरिक्ष में चले गए और कुछ सूक्ष्म रूप में धरती पर रहकर उन्हें जो कार्य सौंप रखा है वह करते हैं।


तीन स्थान और 33 देवता : त्रिलोक्य के देवताओं के तीन स्थान नियुक्त है:- 1.पृथ्वी 2.वायु और 3.आकाश। प्रमुख 33 देवता ये हैं:- 12 आदित्य, 8 वसु, 11 रुद्र और इंद्र व प्रजापति को मिलाकर कुल तैतीस देवी और देवता होते हैं। प्रजापति ही ब्रह्मा है, 12 आदित्यों में से एक विष्णु है और 11 रुद्रों में से एक शिव है। कुछ विद्वान इंद्र और प्रजापति की जगह 2 अश्विन कुमारों को रखते हैं। उक्त सभी देवताओं को परमेश्वर ने अलग-अलग कार्य सौंप रखे हैं।
Share:

जूस थेरेपी: करें इन बड़ी बीमारियों का इलाज स्वादिष्ट तरीके के साथ

जूस थेरेपी: करें इन बड़ी बीमारियों का इलाज स्वादिष्ट तरीके के साथ:

आयुर्वेद के अनुसार जूस पीकर भी कई बीमारियों को दूर भगाया जा सकता है। इसीलिए आयुर्वेद में जूस को बहुत महत्व दिया गया है। प्राकृतिक चिकित्सा में भी रसाहार को विशेष स्थान प्राप्त है। इसमें अलग-अलग फलों और सब्जियों का रस दिया जाता है। करेला जामुन या लौकी के जूस में स्वाद नहीं होता है लेकिन इनका जूस पीने के बहुत फायदे हैं। आइए जानते हैं जूस थेरेपी के कुछ स्पेशल राज जिनसे कर सकते हैं आप इन बीमारियों का इलाज....
खून की कमी- पालक के पत्तों का रस, मौसम्मी, अंगूर, सेब, टमाटर और गाजर का रस लिया जा सकता है।
भूख की कमी- नींबू, टमाटर का रस लें।
फ्लू और बुखार- मौसम्मी, गाजर, संतरे का रस लेना चाहिए।
एसीडिटी- मौसम्मी, संतरा, नींबू, अनानास का रस लें।
कृमि रोगों में- लहसुन और मूली का रस पेट के कीड़ों को मार देता हैं।
मुहांसों में- गाजर, तरबूज, और प्याज का रस लें।
पीलिया- गन्ने का रस, मौसम्मी और अंगूर का रस दिन में कई बार लेना चाहिए।
पथरी- खीरे का रस लें।
मधुमेह- इस रोग में गाजर, करेला, जामुन, टमाटर, पत्तागोभी एवं पालक का रस लिया जा सकता है।
अल्सर में- गाजर, अंगूर का रस ले सकते हैं। कच्चे नारियल का पानी भी अल्सर ठीक करता है।
मासिकधर्म की पीड़ा में- अनानास का रस लें।
बदहजमी -अपच में नींबू का रस, अनानास का रस लें, आराम मिलेगा।
हाइब्लडप्रेशर- गाजर, संतरा, मौसम्मी का रस लें।
लो-ब्लडप्रेशर- अंगूर और सभी मीठे फलों का रस लिया जा सकता है।
Share:

प्याज लहसुन खाना शास्त्रोँ मेँ क्योँ मना किया गया है?

प्याज लहसुन खाना शास्त्रोँ मेँ क्योँ मना किया गया है?


प्याज और लहसुन ना खाए जाने के पीछे सबसे प्रसिद्ध पौराणिक कथा यह है कि समुद्रमंथन से निकले अमृत को, मोहिनी रूप धरे विष्णु भगवान जब देवताओं में बांट रहे थे; तभी एक राक्षस भी वहीं आकर बैठ गया। भगवान ने उसे भी देवता समझकर अमृत दे दिया। लेकिन तभी उन्हेँ सूर्य व चंद्रमा ने बताया कि ये राक्षस है। भगवान विष्णु ने तुरंत उसके सिर धड़ से अलग कर दिए। लेकिन राहू के मुख में अमृत पहुंच चुका था इसलिए उसका मुख अमर हो गया।

पर भगवान विष्णु द्वारा राहू के सिर काटे जाने पर उनके कटे सिर से अमृत की कुछ बूंदे ज़मीन पर गिर गईं जिनसे प्याज और लहसुन उपजे। चूंकि यह दोनों सब्ज़िया अमृत की बूंदों से उपजी हैं इसलिए यह रोगों और रोगाणुओं को नष्ट करने में अमृत समान होती हैं पर क्योंकि यह राक्षसों के मुख से होकर गिरी हैं इसलिए इनमें तेज़ गंध है और ये अपवित्र हैं जिन्हें कभी भी भगवान के भोग में इस्तमाल नहीं किया जाता।

कहा जाता है कि जो भी प्याज और लहसुन खाता है उनका शरीर राक्षसों के शरीर की भांति मज़बूत हो जाता है लेकिन साथ ही उनकी बुद्धि और सोच-विचार राक्षसों की तरह दूषित भी हो जाते हैं। इन दोनों सब्जियों को मांस के समान माना जाता है।

जो लहुन और प्याज खाता है उसका मन (के साथ साथ पूरा शरीर तामसिक स्वभाव का हो जाता है।

ध्यान भजन मेँ मन नहीँ लगता। कुल मिला कर पतन हो जाता है इसलिए प्याज लहसुन खाना शास्त्रोँ मेँ मना किया गया है।
Share:

Monday 15 June 2015

Sardar Sippy Gill Latest Punjabi Song VIdeo Mp3 And Lyrics

 SARDAR SIPPY GILL LATEST PUNJABI SONG VIDEO MP3 AND LYRICS -: Sardar is a new punjabi song presents by t-series apna punjab. T-series apna punjab presents many punjabi superhit song like Black till , La And Lambarghini.This new punjabi song is based on attitude and power of a sardar.Sardar song is sung by sippy gill […] The post Sardar Sippy Gill Latest Punjabi Song VIdeo Mp3 And Lyrics appeared first on Latest in movie.
SARDAR SIPPY GILL LATEST PUNJABI SONG LYRICS -:
Oh sheran nal gidhra di yaari hundi
nahi Laa ke nam piche singh sardari
hundi nahi Yaari layi rakhi di jaan
tali dhar ke Jana nal sanjh sadi dili
hundi aein Vakhra hunda aein rob sardar
Eh ankha di gall kine meni hundi aein Vakhra
hunda aein rob sardar da
da Jado patiala shahi chinni hundi ae
Jaan toh payari ohnu rakho sabh ke
Jehri cheez virse ch mili hundi aein
Vakhra hunda aein rob sardar da Jad
o patiala shahi chinni hundi ae Mitra te
parche ne Dor dor charche ne Zare na
vadiki sardar bai Babe di mehar kaum
rajj ke daler Kam kandeyo jehra v laya paar
bai Gundve jusse jaani anni mitro Eh ho
jahi gal kado mini hndi aein Vakhra hunda
aein rob sardar da Jado patiala shahi
chinni hundi ae Jaan toh payari ohnu rakho
sabh ke Jehri cheez virse ch mili hundi
aein Vakhra hunda aein rob sardar da Jado
patiala shahi chinni hundi ae Pith utton
pant hai digg di jina de Oh kitho sale
izzata bachon ge Ganji nu rokna ja dayer
nu thokna Ta billo sardar kam aaun ge Oh
duki takki lalli challi ithe khad di Maut
ban ke varola sirr tani hundi aein Vakhra
hunda aein rob sardar da Jadon patiala
shahi chinni hundi ae Jaan toh payari ohnu
rakho sabh ke Jehri cheez virse ch mili hundi
aein Vakhra hunda aein rob sardar
da Jado patiala shahi chinni hundi
ae Khoon ch ubale nave ban de ne velly Wekh
mitra nu rok lende saah bai Ray ban laga ke
jutti kadvi jahi paa ke Jado muccha utte denda
jatt tah bai Jutti nal modiye sunami balliye
Eh ankha di gall kine meni hundi aein Vakhra
hunda aein rob sardar da
Share:

veervaar-diljit-dosanjh-sardaarji-movie-video-song-mp3-and-lyrics

VEERVAAR DILJIT DOSANJH SARDAARJI MOVIE VIDEO SONG -:
Veervaar is the new song from upcoming punjabi upcoming upcoming .Veervaar is the third song of movie upcoming .This movie upcoming two songs are i love you ji and title song of movie .These both song is superhit on youtube .veervaar song is sung by diljit dosanjh.Diljit dasanjh is a famous punjabi singer writer and actor.He sang many superhit punjabi song like i love u ji ,jatt fire karda and proper patola . Veervaar is a romantic song.Veervaar song lyrics is given by Ranvir Singh .Sardaarji movie starring diljit dosanjh,neeru bajwa and Mandy Takhar and Jaswinder bhalla.Veer vaar song starring diljit and sonam bajwa.

MORE INFO ABOUT VEERVAAR DILJIT DOSANJH SARDAARJI MOVIE SONG -:
Song Name-: Veer Vaar
Singer Name- : Diljit Dosanjh
Lyricist : Ranvir Singh
Music By- : Jatinder Shah
Song Starring : Diljit Dosanjh and sonam bajwa
Director- : Rohit Jugraj

MORE INFO ABOUT SARDAAR JI MOVIE -:
Starring By-: Diljit dosanjh, Neeru bajwa, Mandy takhar and Jaswinder bhalla
Director : Rohit jugraj
Producers : Gunbir singh sidhu and Manmord sidhu
Co-Producers : Daljit Thind and Ekrehmat
Productions Executive Producers : Amiek Virk and Bhavuk Thareja Story and Screenplay By: Dheeraj Rattan
D.O.P By-: Parixit Warrier
Dailogue By- : Jatinder Lall
Background Score by- : Raju Singh
Music By-: Jatinder Shah and Nick Dhammu
Lyricist -: Veet Baljit and Ranvir Singh
Share:

Wednesday 29 April 2015

Lalla Lalla Lori Welcome 2 Karachi MP3 Song Download

Lalla Lalla Lori Welcome 2 Karachi MP3 Song Download pagalworld, Lalla Lalla Lori Welcome 2 Karachi MP3 Songs PK Download, Lalla Lalla Lori Welcome 2 Karachi MP3 DownloadMing

Song : Lalla Lalla Lori
Music : Rochak Kohli
Lyrics : Rochak Kohli
Singers : Vishal Dhadlani, Shivi
Mp3 Bitrate : 320/128Kbps(VBR)
Direct Download Site Link:
Share:

Aao Raja – Yo Yo Honey Singh Gabbar Is Back MP4 Video Song


Aao Raja – Yo Yo Honey Singh Gabbar Is Back MP4 Video Song Download pagalworld, Aao Raja – Yo Yo Honey Singh MP4 Song Download DJMaza, Aao Raja – Gabbar Video Song Download
Song – Aao Raja
Singer – Neha Kakkar
Movie – Gabbar Is Back
Hindi Rap – Yo Yo Honey Singh
English Rap – Teflon
Music Produced by – Yo Yo Honey Singh
Composition and Lyrics – Traditional
Mixed and Mastered by – Vinod Verma

Songs List & Download Link

Share:

Friday 17 April 2015

First (1st) Day Box Office Collection News Mr X Movie

Mr. X 1st Day Box Office Collection | Mr. X Friday Business: The current craze and of the movie along with the good review of the audience showing that the movie can be expected for a huge opening day collection. The film is getting g a worldwide release across 2500 big screen globally. That make the maker to anticipate a Rs. 7 Crore (approx.) collection as the 1st Day Box Office Collection of Mr. X . The 1st day Friday Collection of Mr. X is estimated to be quite good. As the movie garnered with good reviews and rating it will perform well in it first Day Box Office Collection, and 1st Day collection Of Mr X will be more than other released Movies.

The main advantage of the movie is that it is an altogether family class movie. In this film the Bollywood actor Emraan Hashmi is going to play the character of of Invisible man. The movie is produced with an estimated budget of about around Rs. 40 Crore (approx.). moreover it has also been seen that the First Day Occupancy of the movie is estimated about 70-80% on theaters.

Mr. X 1st  Opening Day Collection

Opening Day Collection of Mr X: As per the good review and rating of the film it can be said that  Mr. X is the one of the most awaited films of the year and opening Day collection of MR X is quite good.. However, the houseful advance booking of tickets clearly shows that the movie will rock the floor and will perform well at box office in the coming days. The Domestic Box Office Opening Day collection of the movie Mr. X is predicted about Rs. 7 Crore (approx.), However it is estimated that the Overseas Collection will reach up to Rs. 1.5 Crore (approx.). Clubbing the both Mr. X, is assumed to gather a total Worldwide Collection of Rs. 8.5 Crore (approx.)
Share the article with your friends and dear ones if you are satisfied with the information of Mr. X 1st Day Box Office Collection. Click like and let us know if you enjoyed the page. Stay tuned with the space for fresh new information about the Bollywood world. Thanks for reading the article.

 

Share:

Double Barrel Movie Teaser Trailer Official Mp4 Video news

The maker of the movie are very keen about the visual experience of the film for each and every actor. The frame of the teaser seems to be in a whole new setting. Here the teaser will take you to the characters of the movie played by Prithviraj, Arya, Indrajith, Swati Reddy, Asif Ali, Isha Sharvani, Sunny Wayne, Vijay Babu, Manu, Chemban Vinod, Pearle Maaney, Sabu Abu Samad and Rachana Narayanankutty.
Double Barrel Movie Teaser Trailer Video:
Abhinandhan Ramanujan had managed the cinematography of the movie with all his great effort, while the music is composed by Prashanth Pillai, the music composer who also had worked in Lijo’s earlier films. Though the movie “Double Barrel” is touted as a comedy thriller, but lots of craze is there for the movie.
- See more at: http://www.movieglamour.com/double-barrel-movie-teaser-trailer-official-mp4-video.html#sthash.toIeAtxa.dpuf

The maker of the movie are very keen about the visual experience of the film for each and every actor. The frame of the teaser seems to be in a whole new setting. Here the teaser will take you to the characters of the movie played by Prithviraj, Arya, Indrajith, Swati Reddy, Asif Ali, Isha Sharvani, Sunny Wayne, Vijay Babu, Manu, Chemban Vinod, Pearle Maaney, Sabu Abu Samad and Rachana Narayanankutty.
Double Barrel Movie Teaser Trailer Video:
Abhinandhan Ramanujan had managed the cinematography of the movie with all his great effort, while the music is composed by Prashanth Pillai, the music composer who also had worked in Lijo’s earlier films. Though the movie “Double Barrel” is touted as a comedy thriller, but lots of craze is there for the movie.
Double Barrel Movie Trailer Video:
The story line of the upcoming film revolved all around the events happened in a village named Kumarangiri with the arrival of a young priest Vincent Vattoli, the character played by Indrajith. The Movie geared with good response and review with well received by the critics as well as the audience.
The maker of the movie are very keen about the visual experience of the film for each and every actor. The frame of the teaser seems to be in a whole new setting. Here the teaser will take you to the characters of the movie played by Prithviraj, Arya, Indrajith, Swati Reddy, Asif Ali, Isha Sharvani, Sunny Wayne, Vijay Babu, Manu, Chemban Vinod, Pearle Maaney, Sabu Abu Samad and Rachana Narayanankutty.
Double Barrel Movie Teaser Trailer Video:
Abhinandhan Ramanujan had managed the cinematography of the movie with all his great effort, while the music is composed by Prashanth Pillai, the music composer who also had worked in Lijo’s earlier films. Though the movie “Double Barrel” is touted as a comedy thriller, but lots of craze is there for the movie.
- See more at: http://www.movieglamour.com/double-barrel-movie-teaser-trailer-official-mp4-video.html#sthash.toIeAtxa.dpuf
The maker of the movie are very keen about the visual experience of the film for each and every actor. The frame of the teaser seems to be in a whole new setting. Here the teaser will take you to the characters of the movie played by Prithviraj, Arya, Indrajith, Swati Reddy, Asif Ali, Isha Sharvani, Sunny Wayne, Vijay Babu, Manu, Chemban Vinod, Pearle Maaney, Sabu Abu Samad and Rachana Narayanankutty.
Double Barrel Movie Teaser Trailer Video:
Abhinandhan Ramanujan had managed the cinematography of the movie with all his great effort, while the music is composed by Prashanth Pillai, the music composer who also had worked in Lijo’s earlier films. Though the movie “Double Barrel” is touted as a comedy thriller, but lots of craze is there for the movie.
- See more at: http://www.movieglamour.com/double-barrel-movie-teaser-trailer-official-mp4-video.html#sthash.toIeAtxa.dpuf
The maker of the movie are very keen about the visual experience of the film for each and every actor. The frame of the teaser seems to be in a whole new setting. Here the teaser will take you to the characters of the movie played by Prithviraj, Arya, Indrajith, Swati Reddy, Asif Ali, Isha Sharvani, Sunny Wayne, Vijay Babu, Manu, Chemban Vinod, Pearle Maaney, Sabu Abu Samad and Rachana Narayanankutty.
Double Barrel Movie Teaser Trailer Video:
Abhinandhan Ramanujan had managed the cinematography of the movie with all his great effort, while the music is composed by Prashanth Pillai, the music composer who also had worked in Lijo’s earlier films. Though the movie “Double Barrel” is touted as a comedy thriller, but lots of craze is there for the movie.
- See more at: http://www.movieglamour.com/double-barrel-movie-teaser-trailer-official-mp4-video.html#sthash.toIeAtxa.dpuf
Double Barrel Movie Teaser Trailer Official Mp4 Video:Lijo Jose Pellissery’s directed movie “Double Barrel“,is the most anticipated movie. The fans and audience has waited for long for the most awaited teaser of the movie “Double Barrel” to come. The action-filled movie has created a lot of suspense in the viewers through the release of the official Teaser. - See more at: http://www.movieglamour.com/double-barrel-movie-teaser-trailer-official-mp4-video.html#sthash.toIeAtxa.dpuf
Double Barrel Movie Teaser Trailer Official Mp4 Video:Lijo Jose Pellissery’s directed movie “Double Barrel“,is the most anticipated movie. The fans and audience has waited for long for the most awaited teaser of the movie “Double Barrel” to come. The action-filled movie has created a lot of suspense in the viewers through the release of the official Teaser. - See more at: http://www.movieglamour.com/double-barrel-movie-teaser-trailer-official-mp4-video.html#sthash.toIeAtxa.dpuf
Share:

Thursday 16 April 2015

An 8-year-old girl makes $127000 a month making baking videos for YouTube


YouTube stars are becoming more and more like Hollywood's celebrities, with hordes of screaming fans and generous incomes. 
But it turns out that they may be making even more money than you think.  
AdAge recently published a ranking of the top YouTube stars according to their estimated monthly earnings.
The data was compiled by Outrigger Media, who focused on the top-earning channels in two genres: beauty and style, and food and cooking. 
The top earner in the food and cooking genre is a channel called CharlisCraftyKitchen, which features videos of an eight-year-old named Charli sharing baking tips.
According to Outrigger's estimates, Charli's channel generates an average of $127,777 in ad revenue per month. That's taking into account YouTube's cut of revenue. The channel gets an average of 29 million views each month — in March, it had 29,133,270. 
Charli began making her videos in 2012, when she was 6. Her five-year-old sister Ashlee also plays a role as chief taste tester. The girls have made tutorials for everything from Minnie Mouse Oreo pops to jello popsicles inspired by "Frozen."
Share:

Wednesday 15 April 2015

Sunny Leone New Song | Daru Peeke Dance | Kuch Kuch Locha Hai


Watch online Daru Peeke Dance HD Official Video Song From Kuch Kuch Locha Hai [2015] Hindi Movie , Sunny Leone - Neha Kakkar
Sunny Leone Song Daru Peeke Dance,
Daru Peeke Dance Ft. Sunny Leone Official Video Mp4 Full HD 720p – Kuch Kuch Locha Hai, online watch Daru Peeke Dance, Daru Peeke Dance Dailymotion, Daru Peeke Dance youtube, free online Daru Peeke Dance, Daru Peeke Dance Full Video song,
Song - Daaru Peeke Dance
Composer - Amjad Nadeem
Singers - Neha Kakkar & Aishwarya Nigam Rap By Ikka Sing
Lyrics - Sameer Anjaan
  • Publication date : 04/14/2015
  • Duration : 00:36
Share:

Bezubaan (Piku) Amitabh Bachchan & Deepika Padukone


Here's the second track from Piku titled Bezubaan sung and composed by Anupam Roy.

Title - Bezubaan
Singer - Anupam Roy
Lyricist - Manoj Yadav & Anupam Roy

Banner: MSM Motion Pictures, Saraswati Entertainment & Rising Sun Films
Produced by: NP Singh, Ronnie Lahiri & Sneha Rajani
Directed by: Shoojit Sircar

EZUBAAN ..made me cry.,. ! i loved it. ! than x for this song..my most fav. song. downlaoded.literally deepi n irrfan's chemistry is looking great.. m loving it..i think evryone loving this fresh couple !! AMAZING
This is a beautiful song. Deepika looks so beautiful in such a De-glam role. Pleasant to the eyes and ears. Their chemistry is a treat to watch. No touching, n kissing but simply in words n eye contact. Beautiful song n beautiful deepika. Best of luck for the team piku.
Share:

जनता परिवार के 6 दलों का विलय, न झंडा न निशान फिलहाल मुलायम को कमान


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए छह दल एक साथ आ गए हैं. इन दलों को मिलाकर नई पार्टी गठन करने का ऐलान जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने किया.
मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी, नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड, लालू यादव की राष्ट्रीय जनता दल, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की जनता दल सेकुलर, ओम प्रकाश चौटाला की आईएनएलडी और कमल मोरारका की समाजवादी जनता पार्टी मिलकर एक नया दल बन जाएंगे. शरद यादव ने कहा- स्थि‍रता की कोई गारंटी नहीं
बुधवार को मुलायम सिंह यादव के घर पर चली लंबी बैठक के बाद विलय का ऐलान किया गया.
शरद यादव ने कहा, 'सपा, जेडीयू, आरजेडी, जेडीएस, आईएनएलडी और सजपा का आपस में विलय होगा. आज हुई बैठक में नए दल के गठन का फैसला किया गया है. नए दल के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव होंगे. वह ही पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी होंगे.' कहानी जनता परिवार के बिखराव भरे अतीत की
आपको बता दें कि पार्टी के नाम, झंडा, चुनाव चिन्ह पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. इसके लिए एक कमिटी का गठन किया गया है, जिसमें एचडी देवगौड़ा, लालू यादव, ओम प्रकाश चौटाला, शरद यादव, राम गोपाल यादव और कमल मोरारका होंगे. यह कमिटी विलय प्रक्रिया और नई पार्टी की रणनीति का खाका-चिट्ठा तय करेगी.
Share:

Ads